ज़िन्दगी रूठी तो,
तुम ज़ेसा दोस्त मिला,
मेरी दीवानगी सुन कर आज,
वो भी मुझ पर हस दिया ।
आपकी हसी ने मुझको रुला दिया,
बहते अंशु को पलकों में छुपा दिया,
दिल को एसी चोट लगी येसा लगता है,
पुराने जख्मो पर किसी ने नमक डाल दिया ।
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